वो चाँद को देखते रहे
और हम उनहे देखते रहे
बस देखते ही देखते
रात गुज़र गई
और हम उनहे देखते रहे
बस देखते ही देखते
रात गुज़र गई
मैंने सोचा वो कुछ कहेंगे
वो भी शायद यही सोचते होंगे
बस ईसी क़शमकश में
सारी रात गुज़र गई
वो भी शायद यही सोचते होंगे
बस ईसी क़शमकश में
सारी रात गुज़र गई
रात गुज़र गई
बात गुज़र गई
सूरज ऊदनो पे
प्रभात गुज़र गई
बात गुज़र गई
सूरज ऊदनो पे
प्रभात गुज़र गई
दिन गुज़रे
मौसम बदले
गरमी सर्दी और
बरसात गुज़र गई
मौसम बदले
गरमी सर्दी और
बरसात गुज़र गई
न वो कुछ बोले
न हम कुछ बोले
बस यूँ ही ज़िंदगी
बे हिसाब गुज़र गई
न हम कुछ बोले
बस यूँ ही ज़िंदगी
बे हिसाब गुज़र गई
हर जी १६/०७/२०१५
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